मैं भी एक पतंग होती

काश कि मैं भी एक पतंग होती कभी तो मेरी डोर तुम्हारे हाथ होती दुनिया से हिफाजत करते तुम मेरी और मैं तुम्हारे हाथों में इठलाती

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