महराज आप तो अंतरयामी हो

ज्योतिषी : तुम्हारा नाम कविता है ? कविता : जी महाराज ज्योतिषी : प्रीत तेरे पति का नाम है ? कविता : जी जी महाराज (हाँथ जोड़ते हुए) ज्योतिषी : तेरे दो लड़के और एक लड़की है ? कविता : जी जी महराज (आश्चर्य से झुक कर प्रणाम करते हुए) ज्योतिषी : तूने कल 10 किलो चावल खरीदे है ? कविता : पैरो पर गिर कर महराज आप तो अंतरयामी हो

ज्योतिषी : अरे पागल! अगली बार कुंडली लाना... राशन कार्ड नही

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