गुजरे हुए लम्हों को मैं पाना चाहता हूँ! तेरे ख्यालों में फिर से आना चाहता हूँ! चारों तरफ रंगीनियाँ हों हुस्न की तेरी, शाम की मदहोशियों को लाना चाहता हूँ!