लखनऊ : नोटबंदी से परेशान किसानों ने न केवल लोगों को फ्री में आलू बांट दिये बल्कि गेहूं आदि को भी मुफ्त बांटने से किसान गुरेज नहीं कर रहे है। किसानों का कहना है कि नोटबंदी के कारण उनकी फसल को खरीदने के लिये व्यापारी नहीं मिल रहे है, ऐसे में जनता को क्यों न फायदा दे दिया जाये। विधानसभा के सामने किसानों ने फ्री में आलू और अन्य धान बांटने का कार्य भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किया है। संघ के पदाधिकारियों को कहना है कि फसल तैयार है लेकिन खरीददार नहीं मिल रहे है, ऐसी स्थिति में किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। इधर जनता किसानों से इसलिये खुश है क्योंकि उन्हें एक धेला भी खर्च करे बगैर हर आवश्यक वस्तुएं मिल रही है। ऐसे लोगों का कहना है कि उनका तो काम चलने लगा है। किसानों ने बताया कि तैयार फसल को कोल्ड स्टोरेज में भी नहीं रखा जा सकता है क्योंकि उनके पास पैसे ही नहीं है, यदि वे अपनी फसल को नहीं बांटे तो यूं ही खराब हो जायेगी। नोटबंदी के कारण शिवराज सरकार को...