प्रभु मुक्ति का दिन - गुडफ्रायडे

ईसाई समुदाय आज गुडफ्रायडे का पर्व मना रहा है, इस दौरान गिरजाघरों में श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई है। सभी प्रभु यीशु के दुखभोग पर प्रभु के संदेशों को याद कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार गुडफ्रायडे को मानव मुक्ति का दिन माना जाता है। यही नहीं प्रभु यीशु ने इसी दिन अपने बच्चों को पाप से मुक्त किया था। दरअसल माना जाता है कि इसी दिन प्रभु यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था। भगवान ने क्रूस पर चढ़ाए जाने के दौरान सभी को क्षमा करने की प्रार्थना भी की।
 
प्रभु यीशु की यह सीख बताती है कि क्षमा ही सबसे बड़ा दान और गहना है। जीवन में हम यदि किसी को माफ करना सीख सकें तो यह बहुत बड़ी बात होगी। दरअसल माना जाता है कि इस दिन श्रद्धालुओं को उनके पापों से मुक्त किया जाता है। मनुष्य को पाप से बचने और पापों के लिए क्षमा मांगने के लिए स्वयं को प्रभु क्रूस पर चढ़ा देते हैं। यह एक बहुत ही अलग घटना है।
 
वह तिरस्कृत होते हुए भी दुखी होते हुए भी उस मानवता की सेवा करता है जिसे दूसरे लोग तुच्छ समझते हैं, वह उन रोगों को अपने उपर ले लेता है जिनके कारण इंसान दुखी है। मगर प्रभु ने क्रुस पर चढ़कर सभी को मानवता का संदेश दिया है। 

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