सुमित्रा ताई : सांसद से स्पीकर बनने तक का सफर

आज लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन(Sumitra Mahajan) का जन्मदिन है. इस मौके पर उन्हें देश-दुनिया के लोगों द्वारा बधाई दी जा रही है. ताई नाम से लोकप्रिय सुमित्रा महाजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर बधाई दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि, "लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन जी को जन्मदिन की बधाई. उनके लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं." प्रधानमंत्री मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने भी सुमित्रा ताई को जन्मदिन की शुभकामनाए दी है.

सौम्य व सुशिष्ट सुमित्रा महाजन के चुनावी सितारे फिर से बुलंदी पर है. सुमित्रा ताई का जन्म 12 अप्रैल 1943 को महाराष्ट्र के चिपलून में रात्रि 2 बजकर 15 मिनट में धनु लग्न व कर्क राशि में हुआ. इसी कारण वे आज तक लोकसभा चुनावों में एक भी चुनाव नहीं हारी. उनके माता-पिता का नाम उषा और पुरुषोतम साठे था. सुमित्रा जी का विवाह 29 जनवरी 1965 में इंदौर के जयंत महाजन के साथ हुआ.

आपको बता दे 1982 में पहली बार सुमित्रा ताई इंदौर नगर निगम में उपमहापौर बनीं. इसके बाद राजनीति में फिर मुड़कर नहीं देखा. वे इंदौर से लगातार वर्ष 1989, 1991, 1996, 1998, 1999, 2004, 2009 और अब 2014 में आठवीं बार सांसद बनी हैं. इन्दौर में वे "सुमित्रा ताई" (सुमित्रा दीदी) के नाम से प्रसिद्ध हैं. सुमित्रा महाजन भारतीय राजनेत्री हैं. वर्तमान में वे भारत के लोकसभा की अध्यक्ष हैं. वे इस पद पर आसीन होने वाली भारत की दूसरी महिला हैं. वे भारत के इन्दौर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की सोलहवीं लोक सभा में सांसद हैं.

शैक्षिक योग्यता - उन्होने इन्दौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर और एलएलबी की शिक्षा प्राप्त की.

राजनीतिक जीवन - सुमित्रा महाजन ने 1989 के आम चुनाव में पहली बार लोकसभा चुनाव में भाग लिया और उन्होंने कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्राकाश चंद्र सेठी को हराया. सुमित्रा महाजन 2002 से 2004 तक केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में शामिल थीं. उन्हें मानव संसाधन, संचार तथा पेट्रोलियम मंत्रालय का काम दिया गया था. वो प्रथम महिला हैं जो कभी लोकसभा चुनावों में पराजित नहीं हुई. वो आठ बार लोकसभा चुनाव जीतने वाली प्रथम महिला सांसद हैं.

लोक सभा अध्यक्ष - सुमित्रा महाजन ने 5 जून 2014 को लोक सभा अध्यक्ष के लिए नामांकन भरा. 6 जून 2014 को वो निर्विरोध लोकसभा अध्यक्ष चुनी गई. यह पहली बार है कि भारतीय जनता पार्टी का कोई सांसद लोक सभा अध्यक्ष बना.

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