लरजते धूप सी मेरी तकदीर नजर आती है! मेरी नजर में जख्मों की लकीर नजर आती है! खोजता फिरता हूँ हरतरफ़ मंजिलें अपनी, दर्द की लहरों में तेरी तस्वीर नजर आती है