जन्माष्टमी पर हर मनोकामना पूर्ति के लिए करें कृष्ण अष्टकम् का पाठ

श्री कृष्णा जन्माष्टमी का पर्व हर साल मनाया जाता है. वहीं इस साल यह पर्व दो दिन यानी 11 और 12 अगस्त को मनाया जा रहा है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं श्री कृष्णा को खुश करने के लिए आप किस पाठ को कर सकते हैं. जी दरअसल कहा जाता है श्री कृष्णा को खुश करने के लिए कृष्ण अष्टकम् का पाठ करना चाहिए. यह पाठ आज हम आपके लिए लेकर आए हैं. कहा जाता है इस पाठ को करने वाले की हर मनोकामना पूरी होती है. इसी के साथ घर में सुख शान्ति बनी रहती है. आइए बताते हैं कृष्ण अष्टकम् का पाठ.

कृष्ण अष्टकम् -

चतुर्मुखादि-संस्तुं समस्तसात्वतानुतम्‌. हलायुधादि-संयुतं नमामि राधिकाधिपम्‌..1..

बकादि-दैत्यकालकं स-गोप-गोपिपालकम्‌. मनोहरासितालकं नमामि राधिकाधिपम्‌..2..

सुरेन्द्रगर्वभंजनं विरंचि-मोह-भंजनम्‌. व्रजांगनानुरंजनं नमामि राधिकाधिपम्‌..3..

मयूरपिच्छमण्डनं गजेन्द्र-दन्त-खण्डनम्‌. नृशंसकंशदण्डनं नमामि राधिकाधिपम्‌..4.. प्रसन्नविप्रदारकं सुदामधामकारकम्‌. सुरद्रुमापहारकं नमामि राधिकाधिपम्‌..5..

धनंजयाजयावहं महाचमूक्षयावहम्‌. पितामहव्यथापहं नमामि राधिकाधिपम्‌..6..

मुनीन्द्रशापकारणं यदुप्रजापहारणम्‌. धराभरावतारणं नमामि राधिकाधिपम्‌..7..

सुवृक्षमूलशायिनं मृगारिमोक्षदायिनम्‌. स्वकीयधाममायिनं नमामि राधिकाधिपम्‌..8.. इदं समाहितो हितं वराष्टकं सदा मुदा. जपंजनो जनुर्जरादितो द्रुतं प्रमुच्यते..9..

.. इति श्रीपरमहंसब्रह्मानन्दविरचितं कृष्णाष्टकं सम्पूर्णम्‌ ..

भगवान श्री कृष्ण और गौ माता का संबंध, जानिए इस अद्भुत रहस्य के बारे में ?

क्यों मोर के पंख को अपने मस्तक पर सजाते हैं श्री कृष्ण, जानिए इसका रहस्य ?

जन्माष्टमी पर 'कोरोना ग्रहण', गोरखनाथ मंदिर में टूट रही वर्षों पुरानी परंपरा

Related News