किसी का दर्द मिटाकर तो देखो भूखे को रोटी खिलाकर तो देखो मिलेगा सकून दिल को हमारे किसी अनाथ का हाथ थाम कर तो देखो धर्म की दीवारो को गिराकर तो देखो सन्देश एकता का फैलाकर तो देखो दिखेगा चारो ओर अमन ही अमन हमे इंसानियत को धर्म बनाकर तो देखो किसी विधवा की माँग सजाकर तो देखो किसी अशिक्षित को पढाकर तो देखो हस उठेगी बुढे माँ बाप की आंखे कान्धे को उनकी लाठी बनाकर तो देखो आजादी की कीमत पहचानकर तो देखो ऊंच -नीच जात-पात मिटाकर तो देखो मिट जायेंगे सब फ़ासले आपस मे हमारे भाई-चारे का रिस्ता बनाकर तो देखो आतंकवाद के खिलाफ़ सिर उठाकर तो देखो खुशबु प्रेम की महकाकर तो देखो देते है सभी धर्म संदेश प्रेम का गीता कुरान को जरा मिलाकर तो देखो गीता कुरान को जरा मिलाकर तो देखो