ख़ुशी के मारे कहाँ जाऊं

आदमी- सर, मेरी पत्नी लापता है।

डाकिया- ये डाकघर है, पुलिस थाना नहीं।

आदमी- ओह सॉरी!!! साला ख़ुशी के मारे कहाँ जाऊं समझ में नहीं आ रहा।

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