खाप पंचायत ने सुनाया तुगलकी फरमान लड़कियां नहीं पहनेगी जीन्स

बाड़मेर : एक तरफ तो भारत आधुनिकता की दौड़ में आगे निकलने के लिए हर दिन नए प्रयास कर रहा है, वही दूसरी तरफ आज भी सदियों से रूढ़ियों की बेड़ियों में बंधे ऐसे गाँव है जो आधुनिकता को अपनाना नहीं चाहते है. रूढ़ियों की जंजीरो से बंधे राजस्थान के एक गाँव की खाप पंचायत ने अपना एक तुगलकी फरमान सुनाया जिसमे ये कहा गया है कि गाँव की लड़कियां मोबाइल और सोशल मीडिया का प्रयोग नहीं कर सकती है. इतना ही नहीं इस फरमान में यह भी कहा गया है की गाँव की लड़कियां जीन्स नही पहन सकती है.

यह फरमान बाड़मेर जिले के कनाना गाँव की समदरी पचायत में चौधरी समुदाय की 12 खेड़ों के पंचो ने मिल कर सुनाया है. फरमान में पररम्पराऒ के नाम पर कुछ ऐसे निर्णय लिए जैसे शादी में दूल्हा परंपरा के अनुसार वेशभूषा धारण करेगा. शादी में डीजे नहीं बजाया जाएगा. जिन लड़कियों की शादी नहीं हुई है, उन्हें अपने पास मोबाइल रखने का अधिकार नहीं है. वैसे पंचायत के इस फरमान में कुछ अच्छी बाते भी शामिल की गयी है जैसे कोई भी बाल विवाह नहीं करेगा.

पंचायत ने अपने फरमान में शिक्षा को महत्व देते हुए कहा कि सभी बच्चो को स्कूल भेजना अनिवार्य है. शराब का प्रयोग निषेध किया जाएगा. पंचायत के इस फैसले का जहा स्वागत किया जा रहा है, वही लड़कियों के जीन्स पहनने और मोबाइल के प्रयोग  पर रोक फरमान को लेकर निंदा की गयी है.

चौधरी समुदाय के कोषाध्‍यक्ष नाराराम चौधरी ने  जानकारी दी ,शादी में दूल्‍हा धोती और परंपरानुसार वेशभूषा धारण करेगा और दुल्‍हन का घाघरा पहनना अनिवार्य है. लड़कियों के मोबाइल फोन न रखने के सवाल पर नाराराम चौधरी ने कहा हम इसका विरोध नहीं कर रहे, लेकिन यह फैसला छोटी लड़कियों की भलाई के लिए लिया गया है. 

खाप पंचायत ने फरमान में घोषित इस फैसले के पीछे तर्क दिया है कि मोबाइल फोन के माध्यम से लड़कियों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती हैं. इस बात को ध्यान में रख कर यह निर्णय लिया गया है. खाप पंचायत के इस निर्णय के बाद लड़कियों को मोबाइल फोन न रखने और जींस न पहनने की नसीहत दी है.

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