खलील जिब्रान को पढ़ना कुछ ऐसा है जैसे अपनी ही आत्मा से दो-चार होना. आप अपनी हर उलझन का हल उनकी सूक्तियों में ढूंढ़ सकते हैं. जानिए ऐसे विचारों के बारे में जो जिन्‍दगी को जीना आसान बना देते हैं. 1. आप बिना प्यार के और आधे-अधूरे मन से काम कर रहे हैं तो बेहतर है की आप उस काम को करना छोड़ दें. 2. दोस्ती एक खूबसूरत जिम्मेदारी है. ये कोई अवसर या मौका नहीं है. 3. जो बीत चूका है वो आज के लिए सुन्दर याद है, लेकिन आने वाला कल आज के लिए किसी हसीं सपने से कम नहीं है. 4. किसी व्यक्ति के दिल और दिमाग को समझने के लिए यह न देखिए की वह क्या हासिल कर चूका है. इस बात की तरफ ध्यान दीजिए की वह क्या हासिल करने की ख्वाहिश रख रहा है. 5. यार के बिना जीवन उस वृक्ष की तरह है जिस पर कभी फल नहीं लगते हैं. 6. ज्ञान, ज्ञान नहीं रह जाता जब वह इतना अभिमानी हो जाए कि रो भी ना सके, इतना गंभीर हो जाए कि हंस भी ना सके और इतना स्वार्थी हो जाये कि अपने सिवा किसी और का अनुसरण ना कर सके. 7. तसल्ली के साथ जिन्‍दगी को मुड़कर देखना ही उसे फिर से जीने जैसा है. 8. बीता हुआ कल आज की स्मृति है और आने वाला कल आज का स्वप्न है. 9. एक दोस्त जो बहुत दूर है वो कभी कभी करीब रहने वालों से अधिक नज़दीक होता है. क्या पहाड़ , वहां रहने वालों की अपेक्षा घाटी से गुजरने वालों को कहीं अधिक प्रेरणादायी और स्पष्ठ नहीं दिखता ? 10. यदि आप किसी से प्रेम करते हैं तो उसे जाने दें, क्योंकि यदि वो लौट कर आता हैं तो वो हमेशा से आपका थे. और यदि नहीं लौटता हैं तो कभी आपका नहीं था.