सरदार के घर के बाहर रोज एक कुत्ता आता था सरदार – ओये रोटी ले आ दरवाजे पे कुत्ता आया है सरदारनी – रोटी तो खत्म हो गई जी सरदार – . . . . चल तो मेरा लट्ठ ही ले आ खाली तो जाने नहीं दूंगा इसे