धर्मसंसद पर सवाल, केशव मौर्य बोले- कश्मीर से 'पलायन' पर क्यों नहीं पूछते ?

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से जब एक इंटरव्यू के दौरान धर्म संसद से संबंधित सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि धर्म संसद चुनावी मुद्दा नहीं है और धर्माचार्यों को अपने मंच से अपनी बात कहने का पूरा हक़ है. दरअसल, इंटरव्यू में केशव प्रसाद मौर्य से हरिद्वार और रायपुर में हुई धर्म संसदों पर सवाल किया गया था. 

बता दें कि इंटरव्यू में जिन धर्म संसदों पर सवाल पुछा गया था, वे दोनों ही विवादों में घिर गई थीं, क्योंकि एक में मुस्लिमों तो दूसरी में मोहनदास करमचंद गांधी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया था. मौर्य ने पहले कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को किसी प्रकार का प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं है और वह सबका साथ, सबका विकास की बात करती है. धर्म संसदों से संबंधित सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा कि धर्माचार्यों को अपने मंच से अपनी बात कहने का पूरा अधिकार है.

केशव मौर्या ने कहा कि आप केवल हिंदू धर्म आचार्यों की ही बात क्यों करते हैं. अन्य धर्म के धर्माचार्यों द्वारा क्या-क्या बयान दिए गए हैं, उनकी बात क्यों नहीं करते हो. उन्होंने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर से 370 हटने से पहले कितने लोगों को वहां से पलायन करना पड़ा, उस पर सवाल क्यों नहीं पूछे जाते. मौर्य ने कहा कि धर्म संसद भाजपा की नहीं थी. संत अपनी बैठक में क्या बात करते हैं ये उनका विषय हैं और जो उनके मंच से उन्हें उचित लगता है वही वे कहते हैं.

जब शास्त्री जी के कहने पर 'भूखा' रहने लगा था पूरा भारत, लेकिन नहीं छोड़ा 'स्वाभिमान'

आंध्र प्रदेश में नाले में डूबे पांच छात्र

कोरोना की चपेट में आए दिग्गज स्नूकर और बिलियर्ड्स खिलाड़ी पंकज

Related News