लोगो की इच्छा, वह गोमांस खाए या सुअर का मांस

तिरूवनंतपुरम् : इन दिनों गोमांस का सेवन करने और न करने को लेकर जमकर विवाद मचा हुआ है। जहां हिंदूवादी नेताओं द्वारा गोमांस भक्षण को वेदों के अनुकूल नहीं माना गया तो दूसरी ओर कट्टरपंथी नेताओं ने इसे अपनी-अपनी मर्जी बताया। दूसरी ओर कुछ समय बाद आरएसएस द्वारा पांचजन्य में प्रकाशित अपने आलेखों और संपादकीय से किनारा कर लिया गया और कहा गया कि आरएसएस ने दादरी मसले पर विरोधाभासी कुछ नहीं कहा है। पांचजन्य तो उनका मुखपत्र है ही नहीं।

इसके विपरीत गोमांस भक्षण का विरोध करने वाले भाजपा नेता भी अब इस विवाद से किनारा करने लगे हैं। उनका कहना है कि लोग कुछ भी सेवन करने के लिए स्वतंत्र हैं। गो मांस, भैंस का मांस या फिर सुअर का मांस भी सेवन किया जा सकता है। यह बात भाजपा के नेता वी. मुरलीधरन ने कही।  दरअसल मुरलीधरन भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष हैं। मिली जानकारी के अनुसार उत्तर भारत के अपने पार्टी नेताओं से दूसरी ओर मुरलीधरन द्वारा कहा गया कि भाजपा ने लोगों को यह निर्देश नहीं दिया कि आखिर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। 

नोएडा के दादरी में गोमांस की अफवाह के बाद अखलाक की हत्या के मामले में अब तक बहस चलती रही। नेताओं की बयानबाजी भी इस मामले में जारी रही। गोमांस पर प्रतिबंध की बात भी की गई। आखिर गोमांस खाना है तो मुस्लिमों को देश छोड़ना होगा। इस मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि देश में मुस्लिमों को रहना है तो उन्हें बीफ का सेवन भी छोड़ना ही होगा। कश्मीर में लगभग 10 दिनों पूर्व ऊधमपुर कस्बे में भीड़ द्वारा खड़े ट्रक पर पैट्रोल बम फैंक दिया गया। इस ट्रक में गोमांस होने का शक भी जताया गया। इस तरह के हमले में घायल जाहिद भट्ट की मौत भी हो गई। कश्मीर में इसे लेकर जमकर विरोध किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि सांसद साक्षी महाराज ने भी गोवध के दोषियों को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की थी। 

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