मुख्य सचिव नियुक्ति के मामले में केजरीवाल ने लिखा उप राज्यपाल को पत्र

नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने कार्यवाहक मुख्य सचिव की नियुक्ति के मामले को लेकर उप राज्यपाल नजीब जंग को पत्र लिखकर कहा कि वह शकुंतला गैमलिन को इस पद पर नियुक्त करने के अपने सवाल के फैसले की समीक्षा करें और संविधान के दायरे में रहकर काम करें. केजरीवाल ने कहा कि मैं दिल्ली के कार्यवाहक मुख्य सचिव के तौर पर अपनी पसंद की अधिकारी को तैनात करने के लिए प्रधान सचिव को सीधे दिशानिर्देश जारी करने के आपके सवालिया फैसले से अचम्भे में हूं.

ऐसा करने में आपने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को दरकिनार किया है. उन्होंने कहा कि मैं आपसे आग्रह करता हूं कि संविधान तथा दिल्ली सरकार से सबंधित कानूनों के दायरे में बने रहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि आप संवैधानिक पद पर हैं. जो कुछ भी राजनीतिक दबाव हो, संविधान को कायम रखना आपका फर्ज है. उधर, दिल्ली सरकार ने कार्यवाहक मुख्य सचिव की तैनाती का आदेश जारी करने वाले प्रधान सचिव अनिंदो मजूमदार का तबादला कर दिया है.

उप राज्यपाल जंग ने शाम में दिल्ली सरकार के इस फैसले को बदलते हुए कहा कि मजूमदार को हटाने के लिए अनुमति नहीं ली गई और उन्होंने इसे अमान्य करार दिया. सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से शकुंतला को कार्यवाहक मुख्य सचिव नियुक्त किया गया उससे केजरीवाल खुश नहीं थे. सूत्रों ने कहा कि शकुंतला से उनकी पिछले तीन वर्षों की तैनाती को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है. बीते नौ मई को दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने केजरीवाल को लिखे पत्र में शकुंतला पर रिलायंस की स्वामित्व वाली बिजली कंपनियों के हित को बढ़ावा देने के लिए सरकार के भीतर ही गोलबंदी करने का आरोप लगाया था.

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