चलो मस्तियों के शहर मे, कश्तियों की दौड़ कराये,, पुराने दोस्तों के दरवाज़े खटखटाये बारिश मे भीगे उन्हें भी भिगाये,,,,,,, नाव कागज़ की दूर तक डूब जाने तक दौड़ाये,,,