करवाचौथ : लीलाधर की लीला,करवाचौथ अलबेला

शाम को जल्दी आइएगा.....आपका चेहरा देखे बिना मैं पानी भी नही पी सकती। अच्छा? इसके बाद के सवाल पूछने की जरुरत नही है मतलब क्यों? क्या? कैसे? वगैरह । क्यों कि पिछले एक हफ्ते से रोज सुबह यही सुन रहा हूँ शाम को जल्दी आना। कारण है करवा चौथ...पर एक हफ्ते पहले? जी, एक हफ्ते पहले से शॉपिंग के लिए। मोटी-ताजी लिस्ट इंटरनेट पर लेटेस्ट ट्रेंड को देखकर बनी है। फिर भी बाजार जाने के बाद वहाँ की चकाचौंध में कुछ सामान तो भूलना तय ही है और इसी चक्कर में हफ्ते भर से रोज बाजार। दूसरा कारण यह भी है कि एक ही दिन सब ले आंए तो सहेलियों और पड़ोसियों के बीच शो ऑफ कैसे करेंगे। अरे, इतना कम सामान कि एक ही दिन में शॉपिंग हो गई। मुझे तो हफ्तों लग गए।

बाकी दिन जो “पयार” आता है वो आज “प्यार” में बदल जाता है। दुनिया भर के इमोशन इसी दिन उमड़ते है और प्यार से पुछते है...जान, इस बार क्या दोगे गिफ्ट में। आँखे बड़ी कर पति मन में सोचता है हफ्ते भर की शॉपिंग के बाद भी। और इसका सबसे बड़ा कारण है....हाथों में पूजा की थाली, आई रात सुहागों वाली.....आ आ आ.....मतलब फिल्मी होना। खुद को पत्नियाँ साक्षात सावित्री और गौरा समझने लगती है। फिल्म और डेली सोप उसमें तड़के का काम करता है...सभी को काजोल और शिल्पा शेट्टी ही दिखना है, साड़ी, चूड़ियाँ, बिंदी, गहने, गजरे, मेहंदी... पूजन सामग्री में भले ही एक लड्डू कम हो जाए पर यहाँ नहीं होनी चाहिए। पर जेब बेचारे पति की ढीली होती है।

इंटरनेट ने भी इसमें खूब मिर्च डालने का काम किया है,करवा चौथ पर क्या पहना ऐश्वर्या ने जिसे देखकर अभिषेक हुए लट्टु, कुंद्रा ने शिल्पा को दिया ऐसा तोहफा जिसे देखकर वो भी शरमा गई। वो हीरोइनों की तस्वीर देखकर प्रभावित होती है।और फिर वही डिमांड करती है। पर इसी इंटरनेट ने न जाने कितनी ही सीता, रीटा, मीना, मोना को 20 सेमी के स्क्रीन पर 5 फुट के पतिदेव के दर्शन भी करवाए है।

दिनभर की थकान और पचासों कॉल (ऑफिस से निकले) के बाद जब राम जी घर पहुचेंगे, तो वो इस हाल में भी नही होते की पूरी नजर देख सके और यही हाल गौरी जी की भी अर्थात् पत्नियों की भी होती है दिनभर के उपवास के बाद वो खुद भी उतरी हुई लगती है, उसमें मेकअप भी राखी सावंत की फीलिंग दे जाता है। उस पर अजब-गजब रिवाज से वैसे ही दिल बैठ जाता है। छन्नी से देखने पर औऱ आरती करने पर पति भी खुद को साक्षात महादेव ही समझ बैठते है। सासु माँ ऐसे समझाती है, जैसे विश्वयुद्ध के लिए तैयार कर रही हो। और चाँद, उनके तो क्या कहने...उन्हें तो लगता है जैसे उनके बिना धरती पर अंधकार छा जाएगा।

कुल मिलाकर लीलाओं से भरा करवा चौथ का समापन होता है और फिर शुरु होता है...डार्लिंग, उपवास ने जान निकाल दी है। फीलिंग टायर्ड। आज नाश्ता बना लो प्लीज। चाय की सिप के साथ तिरछी नजर से.....सोच रही हूँ आज स्पा के लिए चली जाऊ। पति बिचारा न आँसू अंदर न बाहर......ओके।

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