दिलीप ट्रॉफी के एक मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा करने वाले कर्ण शर्मा आज भले ही सुर्खियों मे बने हुए है लेकिन एक समय ऐसा भी था जब कर्ण रेल पटरियों की मरम्मत का काम किया करते थे. भारतीय क्रिकेट का यह उभरता सितारा इंडियन रेलवे में 4th ग्रेड का कर्मचारी हुआ करता था. कर्ण का काम पटरियों का रख-रखाव और मरम्मत करने का होता था. कर्ण शर्मा साल 2005 में रेलवे में भर्ती हुए थे और उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 4th ग्रेड कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे. आपको बता दें कि इस वर्ग में आने वाले कर्मचारियों को लोहे की रॉड उठाना, पटरियों की देख-रेख करना जैसे मशक्कत भरे कामों को करना पड़ता है. हालाँकि कर्ण को ऐसे कामों में कुछ हद तक छूट दी जाती थी. कर्ण शर्मा की किस्मत आईपीएल के सातवे सीजन के दौरान तब चमकी जब उन्हें हैदराबाद टीम से खेलने के लिए 3.75 करोड़ रूपए में ख़रीदा गया. रातों-रात चमकी कर्ण की किस्मत के पीछे सालों का संघर्ष भी शामिल था. कर्ण के करोड़पति बनने की खबर उनकी पत्नी ने उन्हें दी थी. दरअसल जब कर्ण को सनराइजर्स हैदराबाद ने ख़रीदा था तब इसकी जानकारी कर्ण को नहीं थी. उनकी वाइफ ने उन्हें फोन कर इस बात की जानकारी दी तो कर्ण को लगा कि वह मजाक कर रही है. बार-बार कहने पर भी जब कर्ण को इस बात का यकीन नहीं हुआ तो उन्होंने अपने क्रिकेटर मित्र अमित शर्मा से फोन कर कन्फर्म करना चाहा. जब अमित से पूछने के बाद भी कर्ण को यकीन नहीं हुआ तो उन्होंने इंटरनेट का सहारा लिया. नेट पर देखने के बाद कर्ण को यकीन हुआ कि वह इतने ऊँचे दामों में ख़रीदे गए है. बर्थडे स्पेशल: मुरली कार्तिक आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे है भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहला शतक लगाने वाले इस खिलाड़ी का है आज जन्मदिन.. ग्रीनपार्क की दूधिया रौशनी में खेला जायेगा दिलीप ट्रॉफी मैच, मुफ्त में लें मजा