कपिल मिश्रा ने कहा: ACB चाहती थी कि केजरीवाल के खिलाफ कुछ बोलूं

नई दिल्ली : जलबोर्ड के अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी के नेता कपिल मिश्र ने आज सीधे-सीधे एंटी करप्शन ब्यूरो पर इल्जाम लगाया। दरअसल आज मिश्र की एसीबी के समक्ष पेशी थी। एसीबी ऑफिस में मिश्र से करीबन दो घंटे तक पूछताछ हुई। इस दौरान बाहर उनके समर्थक सैकड़ों की तादाद में जुटे हुए थे। पैदल मार्च कर ये कार्यकर्ता एसीबी ऑफिस के बाहर पहुंचकर जमा हुए थे। एसीबी ऑफिस से बाहर निकलते ही मिश्र ने पहला इल्जाम लगाते हुए कहा कि 1 डीसीबी, 2 एसीपी और 4 इंस्पेक्टर मुझे घेरे बैठे थे, लेकिन एक भी सवाल शीला दीक्षित के बारे में नहीं पूछा।

आगे उन्होने कहा कि उनकी कोशिश थी कि मैं केजरीवाल के खिलाफ कुछ बोल दूं। ये सारे अधिकारी आधे घंटे के लिए मीणाजी (एसीबी चीफ) के पास गए, जैसे उनके पास उपर से कोई आदेश आया हो कि मैं केजरीवाल के खिलाफ कुछ बोलूं। इससे पहले तक मिश्र कहते आए है कि उन्होने ही खुद टैंकर घोटाले का पर्दाफाश किया है। इसके बावजूद मुझे एसीबी ने क्यों बुलाया। उनका कहना है कि मोदी सरकार और कांग्रेस की सेटिंग चल रही है, इसी कारण वो इस मामले में शीला दीक्षित को बचा रहे है।

बता दें कि 400 करोड़ के वॉटर टैंकर घोटाले में एसीबी ने कपिल मिश्र को तलब किया था। हांला कि यह घोटाला पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल से जुड़ा हुआ है। दरअसल पूर्व सीएम शीला दीक्षित के खिलाफ कपिल मिश्रा ने जांच के बाद एलजी से शिकायत की थी, जिसके बाद एलजी ने मामले को एसीबी को सौंप दिया था, लेकिन बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने एलजी से शिकायत कर केजरीवाल सरकार के खिलाफ भी जांच की मांग की थी।

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