नई दिल्ली : भारत और रूस के बीच ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में जो 16 करार हुए उनमें 200 कामोव हेलिकाॅप्टर्स भारत को दिए जाने को लेकर भी समझौता हुआ है। दरअसल रूस की रोस्टेक कंपनी इन हेलिकाॅप्टर्स को बनाती है और रूस ने भारत के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के माध्यम से भारत में इसके निर्माण किए जाने पर सहमति जताई है। ऐसे में यह भारत के लिए बेहद अहम प्रोजेक्ट होगा। पहले तो भारत को कुछ हेलिकाॅप्टर प्रदान किए जाऐंगे इसके बाद हिंदुस्तान एयरोनाॅटिक्स लिमिटेड में रोसटेक स्टेट काॅर्पोरेशन के सहयोग से इसका निर्माण होगा। दरअसल कामोव हेलिकाॅप्टर बहुत महत्वपूर्ण है। आधुनिक नेविगेशन उपकरणों से लेस इन हेलिकाॅप्टर्स में पिछला हिस्सा आकार में छोटा है जिसके कारण यह छोटे हवाई अड्डों पर टेक आॅफ कर सकेगा। इसमें ध्वनि प्रदूषण कम होगा। यह शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से उपयोग में लाया जा सकेगा। यह एक लाइट वेट मल्टीपरपज हेलिकाॅप्टर है। इसमें रीप्लेनकेबल ट्रांसपोट माॅड्यूल लगा है। दरअसल रोस्टेक स्टेट काॅर्पोरेशन में रूस की 700 कंपनियां संगठित हैं। जो कि सैन्य और असैन्य उपयोग के लिए प्रौद्योगिकी के तहत उत्पादों का विकास और निर्यात करती हैं।