जज : तुम्हारा जुर्म साबित हो चूका है,,, कल तुम्हे फांसी पे चढ़ाया जायेगा.... बनिया : वो तो ठीक है,,,, लेकिन उतारा कब जायेगा,,, दूकान भी तो खोलनी है..