मुझे लगता था खुलकर भी कभी हँसते नहीँ पापा मुझे लगता था छुपकर भी कभी रोते नहीँ पापा आज फुर्सत में उनके साथ में खेला तो ये जाना जितने दिखते हैं उतने भी कड़क नहीं होते पापा ....