माँ की ममता से जुड़ी शायरियां

1. पहली मोहब्बत की बात भले ही करता हो जमाना, मगर पहला प्यार तो माँ से शुरू होता है.

2. उसकी होठो पे कभी बद्दुआ नही होती, बस एक माँ है जो कभी खफा नही होती.

3. फरिश्ते आकर उनके जिस्म पर खुशबू लगाते थे, वो बच्चे रेल के डिब्बों में अब झाडू लगाते हैं.

4. बंद किस्मत के लिये कोई चाभी नही होती, सुखी के उम्मीदों की कोई डाली नही होती, जो झूक जाए माँ-बाप के चरणों में, उसकी झोली कभी खाली नही होती.

5. ना जाने क्या था "माँ" की उस "फूँक" में, हर "चोट" ठीक हो जाया करती थी, "माँ" की हल्की सी एक "चपत" ज़मीन को, सारा "दर्द" ही "गायब" कर दिया करती थी .

6. हर रिश्ते में मिलावट देखी कच्चे रंगों की सजावट देखी, लेकिन सालो साल देखा है माँ को... उसके चेहरे पर न थकावट देखी, ना ममता में मिलावट देखी.

7. एक सफ़र ऐसा भी होता है दोस्तों, जिसमें पैर नहीं दिल थक जाता है.

8. जब कागज़ पर लिखा मैंने माँ का नाम कलम अदब से बोल उठी.. 'हो गए चारों धाम

9. करो दिल से सजदा तो इबादत बनेगी, माँ-बाप की सेवा अमानत बनेगी, खुलेगा जब तुम्हारे गुनाहों का खाता, तो मॉ बाप की सेवा जमानत बनेगी.

10. हजारो गम हो फिर भी मै ख़ुशी से फूल जाता हूँ, जब हस्ती है मेरी माँ मै हर गम भूल जाता हूँ.

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