satire : जब सैंया भये कोतवाल तो जियो धन धना धन...

जब सैंया भये कोतवाल, तो बोलो जियो धन धना धन! अब जियो की सिम पर यही गाना सुनाई दे रहा है। कल से  मुकेश  अंबानी के घर से सोहर की आवाज आ रही है, तो हम समझे कि  अभी आकाश की शादी तो हुई नहीं, फिर सोहर काहे का। हमने दरबान से  पूछा, तो बोला अरे नहीं जानते, हमरे साहब के घर  इंस्टीट्यूट पैदा हुआ है, इंस्टीट्यूट। जियो इंस्टीट्यूट। अब इंस्टीट्यूट पैदा होने पर सोहर, बात नहीं समझ आई, तो पूछा अरे भाई खुलकर बताओ। दरबान बोला, अरे ये लो  मिठाई और बोलो जियो धन धना धन। तभी देखा नीता भौजाई नाच रहीं हैं और गा रही हैं कि सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का और मुकेश भैया ताल दे रहे हैं। 

घर आकर जब अखबार खोला, तो ​देखा जियो इंस्टीट्यूट को केंद्र सरकार ने इंस्टीट्यूट  आॅफ एमिनेंस का दर्जा दे दिया है। अब यह इंस्टीट्यूट हमारे देश के उन 6 इंस्टीट्यूट में शामिल हो गया है, जो सबसे बेहतर हैं। तो फिर बात समझ आई कि आखिर क्यों बधाईयां गाईं जा रही हैं और क्यों​ मिठाई बांटी जा रही है? जब बच्चा पैदा हो, तो परिवार खुशी मनाता है, लेकिन सरकार बिना इंस्टीट्यूट निर्माण के इंस्टीट्यूट को नंबर 1 बना दे, तो देश खुशी मनाता है, तो भाई हम तो खुश हो लिए और घर पर भी मिठाई बनाकर खा ली। हम तो सोच रहे हैं कि अपने बच्चे का एडमिशन भी इसी इंस्टीट्यूट में करा दें। भैया कहां दिल्ली आईआईटी, बेंगलुरु आईआईटी सोच रहे हैं, जब अपने मुकेश भैया हैं, तो फिर यहीं ले चलते हैं। 

सुना है कि  इस इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए जियो की सिम होना जरूरी है और इसमें मोदी जी खुद पढ़ाएंगे। अब देश धर्म के बारे में पीएम से अच्छा कौन पढ़ा सकता है। इतना ही नहीं बच्चे को देशभक्त बनाने वाले सारे शिक्षक यहां मिलेंगे। प्रकाश जावड़ेकर से हर मंत्री बच्चे को पढ़ाएगा, तो भिया कईं सोचि रियो, हम तो चले एडमिशन कराने। तुम भी करा लो, कहीं सीट न भर जाए। 

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