जिंदगी का कर्ज

प्यार किया उन्होंने और.

इल्जाम हम पर लगा दिया.

कितना खूबसूरत इल्जाम लगा दिया.

उन्होंने हम पर.

आखो में खुद बसे है हमारी और.

कहते है हमने सोने न दिया.

जिंदगी के हर मोड़ पर.

किया कर्ज हमने अदा.

कुछ पर अपना हक़ था सिर्फ.

वही अदा न हुआ.

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