छात्रों-मजदूरों को वापस लाने पर बोले सीएम सोरेन, कहा- हम अकेले सक्षम नहीं

रांची: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि, नोडल अधिकारी पूरी रूपरेखा तैयार करने में जुट गए हैं. हमें केंद्र सरकार से भी छात्र-मजदूरों और पर्यटकों को वापस लाने में सहायता लेनी होगी. इसके साथ ही, केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए प्रवासी मजदूरों को छात्रों को वापस लाना होगा. सोरेन ने कहा कि, छात्रों और मजदूरों को वापस लाने के लिए हज़ारों बसें चाहिए. इसके लिए केंद्र सरकार की सहायता बहुत ही आवश्यक है. हम अकेले सबको नहीं ला सकेंगे. 

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए सक्षम नहीं है. सीमित संसाधनों में इन लोगों को कैसे वापस लाया जा सकता है, इस पर विचार-विमर्श हो रहा है. वहीं, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि, केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद बाहर फंसे मजदूरों को लाने की तैयारी चल रही है. किन्तु हमें केंद्र के मदद की जरुरत है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास सीमित संसाधन होते हैं. 8 लाख से ज्यादा मजदूर देश के अलग अलग राज्यों में फंसे हैं. पंचायत स्तर तक सभी को सुरक्षित रखने का इंतज़ाम होगा.

केंद्र पर हमला बोलते हुए मंत्री ने कहा कि, ताली एक हाथ से हीं नहीं बजती है. इस माहमारी से निपटने के लिए केंद्र और राज्य को साथ मिलकर चलना होगा. हम केवल मजदूरों को वापस लाएंगे ही नहीं, बल्कि उन्हें यहां रोजगार भी मुहैया कराएंगे. जो लोग बाहर सुरक्षित हैं और वहीं रहना चाहते हैं उन्हें वहीं सहायता पहुंचाई जाएगी. मंत्री ने कहा कि, एप के जरिए एक हजार रुपए दिया जाएगा.

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