अशोकनगर : पचास हजार की रिश्वत लेने के मामले में जनपद पंचायत के सीईओ आरएल ओझा को लोकायुक्त पुलिस ने धरा है। बताया गया है कि ओझा ने पंचायत के अध्यक्ष पति और सदस्य से किसी मामले को लेकर रिश्वत मांगी थी लेकिन इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस को कर दी गई। इसके बाद अधिकारियों ने जाल बिछाते हुये ओझा को धर दबोच लिया। लोकायुक्त पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अशोकनगर जनपद को विकास कार्यों के लिये सरकार की तरफ से एक करोड राशि दी गई थी। इसके बाद इस राशि को करीब नौ ग्राम पंचायतों को अलग-अलग राशि दी जाना थी, लेकिन सीईओ ओझा ने इसमें से पचास हजार की मांग रखी थी। उस वक्त तो रिश्वत देने के लिये हां कर दी गई लेकिन बाद में इसकी शिकायत लोकायुक्त को कर दी गई। गुरूवार की सुबह रिश्वत के रूपये देने तय किये गये थे, जैसे ही ओझा ने रिश्वत के रूपये हाथ लिये, पहले से ही तैयार लोकायुक्त पुलिस ने ओझा को पकड़ लिया। ब्यूरो के हत्थे चढ़े रिश्वतखोर अधिकारी