जम्मू : जम्मू-कश्मीर में बीते वर्ष खतरनाक बाढ़ आई जिसमे भारी जान माल की हानि हुई थी. रक्षा मंत्रालय ने विनाशकारी बाढ़ के समय चलाए गए राहत और बचाव अभियान के लिए राज्य सरकार को 500 करोड़ रुपए का बिल पेश किया है. एक महीने तक चले राहत ऑपरेशन में वायुसेना के 98 तथा सेना के 16 विमान और हेलिकॉप्टरों का प्रयोग किया गया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आपदा प्रबंधन विभाग ने जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव को एक नोट भेजकर बताया है कि उच्च स्तरीय समिति ने राज्य में बाढ़ राहत अभियान के लिए 1,602 करोड़ रुपए की केंद्रीय मदद की स्वीकृति प्रदान की थी. इसमें रक्षा मंत्रालय का 500 करोड़ रुपए का बिल भी समिल्लित है. रक्षा मंत्रालय के अनुसार, राहत अभियान में हवाई उड़ानों पर हुए खर्च का बिल भेजना कोई अलग बात नहीं है.यह बिल वास्तविक खर्च पर आधारित होते हैं. अधिकारी ने बताया कि विमान और हेलिकॉप्टरों के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है और उसके लिए बिल का भुगतान तो करना ही पड़ता है.