जलते घर को देखने वालों फूस का छप्पर आपका है... जलते घर को देखने वालों फूस का छप्पर आपका है आपके पीछे तेज़ हवा है आगे मुकद्दर आपका है उस के क़त्ल पे मैं भी चुप था मेरा नम्बर अब आया मेरे क़त्ल पे आप भी चुप है अगला नम्बर आपका है. -नवाज़ देवबंदी