जगदीश कुमार बने कुलपति, राष्ट्रपति ने लगाई मुहर

नई दिल्लीः जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में कुलपति के चयन को लेकर चार महारथियों के नाम शामिल होते हुए देखने को मिले थे। इन चारों में से प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार को विश्वविध्यालय का कुलपति चुना गया है। होंगे सुधार आईआईटी दिल्ली में जगदीश कुमार के चयन पर उन्होने कहा कि जेएनयू का कुलपति बनने के बाद उनकी प्राथमिकताऐं संस्थानों के बीच संबंधो को मजबूत करने की कोशिश करूंगा, और साथ ही भर्ती प्रक्रिया को सुचारू किया जायेगा। आई आई टी दिल्ली और जेएनयू संस्थान एक दूसरे से काफी मिलते-जुलते है। पर कुछ विषमतायें हैं। जिसे दूर किया जाना चाहिए।

यूनिवर्सिटी के छात्रों से बात करके जो सुधार हो सकते है। वो सब करने की कोशिश करूंगा। भारत में जितने भी केंन्द्रीय विश्वविद्यालय है उन सभी के विजिटर राष्ट्रपति होते हैं। बता दे कि इस उम्मीदवार की सुची में चार मशहूर लोंगो का नाम शामिल था। जिसमें वैज्ञानिक वी.एस. चौहान, आर. एन. के. बामजई और रामकृष्ण रामास्वामी शामिल थे। आईआईटी दिल्ली में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के प्रोफेसर जगदीश कुमार को चुना गया।

JNU के वर्तमान समय के प्रोफेसर सुधीर कुमार सोपोरी का कार्यकाल 27 जनवरी को खत्म हो रहा है। इसके बाद चुने गये प्रोफेसर जगदीश सिंह इनकी कमान को संभालेंगे। RSS से संबंधित एक समारोह में जगदीश कुमार शामिल हुये थे. यहाँ इस बात को लेकर उन्होने कहा था कि मैं एक शिक्षक हूं और हमेशा शिक्षा से संबंधित समारोह में ही शामिल होता हूं। और इस समारोह में इसलिए गया था क्योंकि यह विज्ञान से संबंधित था और दूसरी बात यह थी कि ये दिल्ली के आईआईटी में सम्पन्न हुआ था। और इस समारोह का आयोजन आरएसएस से जुड़े संगठन विज्ञान भारती ने किया था।

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