उससे मिलने की हसरत थी रुठ के जो था चला गया। बस अपनी उससे उल्फत थी रूठ के जो था चला गया। कितने सुख थे यहाँ बताएं जब वो साथ में रहता था। समझो की पूरी जन्नत थी रूठ के था जो चला गया।