सीरिया से लौटी ब्रिटिश महिला ISIS में भर्ती होने की दोषी करार

बर्मिंघम : तरीना शकील नाम की ब्रिटिश महिला को खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआईएस में भर्ती होने का दोषी पाया गया है। उसके साथ उसका 14 महीने का बच्चा भी है। वो सीरिया जाकर आईएसआईएस में भर्ती हो गई थी। 26 साल की तरीना आईएसआईएस के चंगुल से भागने में सफल भी हो गई।

कहा जा रहा है कि वो पहली ब्रिटिश महिला है, जो आतंकियों के कब्जे से बाहर निकलने में सक्षम रही है। तरीना स्वास्थय कर्मचारी थी। दो हफ्तों के कोर्ट ट्रायल में सोशल मीडिया में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने और जिहाद का महिमामंडन करने का दोषी पाया गया है। हालांकि, उसने इन आरोपों से इंकार किया है।

सोमवार को उसे सजा सुनाई जाएगी। जाने से पहले उसने अपने पति व दोस्तों को बताया था कि वो तुर्की में बीच हॉलिडे पर जा रही है। तरीना 2014 में सीरिया के लिए निकली थी, वहां से वो आईएसआईएस में भर्ती होने के लिए सीरिया चली गई। रक्का में वो कई देशों की लड़कियों के साथ एक ही घर में रही।

इसी घर से आईएस के लड़ाके अपनी-अपनी पसंद की लड़कियां ले जाते थे। तरीना ने बताया कि वो शादी के बाद दिमागी तौर पर परेशान थी, तभी वो आईएसआईएस के रिक्रूटर के संपर्क में आई और जिहाद में शामिल होने के लिए सीरिया चली गई।

उसने जिहादी से शादी के लिए इंकार कर दिया और उसके बाद वो वहां से भाग आई। जांच के दौरान उसके फोन से कई तस्वीरें भी मिली जिन्हें डिलीट किया जा चुका था। एक तस्वीर में वो बुर्का पहने और हाथ में एके-47 राइफल लिए दिख रही है।

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