इश्क का जनून कम होता नहीं

वफ़ा का सूरज डूबता नहीं इश्क का जनून कम होता नहीं तेरे बिना एक पल दिल लगता नहीं  इश्क का नशा शराब से भी जयदा नशीला है इश्क का नशा कभी उतरता नहीं कितना भी कर लूँ इश्क इश्क करने से दिल कभी भरता नहीं

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