पेट की समस्या से है परेशान तो इसबगोल करेगा निदान

पाचन तंत्र से संबंधित रोगों की औषधियों में इसका इस्तेमाल हो रहा है. पेचिश जैसे पेट के रोगों  में ईसबगोल भूसी का इस्तेमाल लाभप्रद है यह पेट में पानी सोखकर फूलती है और आँतों में उपस्थित पदार्थों का आकार बढ़ाती है. इससे आँतें अधिक सक्रिय होकर कार्य करने लगती है और पचे हुए पदार्थों को आगे बढ़ाती है. यह भूसी शरीर के विष पदार्थ और बैक्टीरिया को भी सोखकर शरीर से बाहर निकाल देती है.

इसबगोल के फायदे -

1-नाक से खून बहने की स्थिति में श्ईसबगोलश् के बीजों को सिरके के साथ पीसकर कनपटी पर लेप करना चाहिए.

2-ईसबगोल की भूसी को सीधे भी दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है या एक कप पानी में एक या दो छोटी चम्मच भूसी और कुछ शक्कर डालकर जेली तैयार कर लें तथा इसका नियमित सेवन करें.

3-कांच या कंकड़ खा लेने पर: यदि खाने के साथ कांच या कंकड़ पेट में चला जाए तो 2 चम्मच की ईसबगोल की भूसी गरम दूध के साथ दिन में 3 बार सेवन करने से लाभ मिलता है. ईसबगोल की भूसी को 2 से 3 चम्मच की मात्रा में 1 गिलास ठण्डे पानी में भिगोकर मीठा बूरा मिलाकर खायें इसी प्रकार कंकर अथवा काँच खाने में आ जाए, तो दो चम्मच ईसबगोल की भूसी गरम दूध के साथ तीन-चार बार लेने पर आराम मिलता है.

4- यदि आपको पाचन संबंधित समस्या बनी रहती है, तो ईसबगोल आपको इस समस्या से निजात दिलाता है.प्रतिदिन भोजन के पहले गर्म दूध के साथ ईसबगोल का सेवन पाचन तंत्र को दुरूस्त करता है.

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