इस लिए दरवाज़ा खुला है

नहीं,इंतज़ार नहीं है मुझे और ना तुम्हारा कोई वादा है, मगर फिर भी  क्या पता  तुम कभी राह भूल जाओ। बस इस लिए दरवाज़ा खुला है। और इसी लिए मैं हमेशा घर पर रहती हूँ ऐसा कभी नहीं होगा के तुम आओ और मैं तुम्हे ना मिलू। मैं थी,मैं हूँ, मैं रहूंगी मुझमें, हमेशा । तुम्हारे लिए, सिर्फ तुम्हारे लिए।

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