सड़क से संसद पहुँचा असहिष्णुता का मुद्दा, आज हो सकती है बहस

नई दिल्ली। सोमवार को संसद भवन में भी असहिष्णुता का मुद्दा गूंजने के आसार है। विपक्षी दलों ने इसके लिए पहले ही नोटिस दे दिया है। सरकार जहाँ अहम बिलों को पास कराने की जद्दोजहद में है तो वहीं विपक्षी दल असहिष्णुता जैसे मुद्दे को लाकर इसे टालने का पूरा प्रयास कर रही है। बता दें कि राज्यसभा में जनता दल यूनाइटेड व कांग्रेस ने नियम 267 के तहत कामकाज को ठप्प कर इस मसले पर बहस के लिए नोटिस दिया है।

इसके अलावा लोकसभा में भी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने नियम 193 के तहत बहस करने के लिए आवेदन दे रखा है। नियम 193 के तहत काम को ठप्प करने की जरुरत नही होती और न ही मतविभाजन किया जा सकता है। इसके अलावा राज्यसभा में संविधान के लिए प्रतिबद्धता विषय पर वित मंत्री अरुण जेटली की शुक्रवार को शुरु की गई चर्चा भी जारी रहेगी।

इस बहस के पूरे होने के बाद असहिष्णुता पर चर्ची की जा सकती है। बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 26 नवंबर से शुरु हुआ। शुरुआत के दो दिनों तक केवल संविधान पर बहस हुई इसके तहत पीएम सहित सभी ने अपना मत रखा। सड़क के बाद अब विपक्ष बढ़ती असहिष्णुता और साप्रदायिक हमलों को लेकर मोदी सरकार पर हमले करेगी।

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