हिन्दू धर्म में गरुड़ से जुडी अनेक कथाये मिलती है – रामायण की बात करे तो उसमे जटायु और उसके भाई के महत्वपूर्ण योगदान को कौन भूल सकता है. ये दोनों भी गरुड़ ही थे. इसके अलावा रामायण के अंतिम युद्ध में भगवान राम को जब मेघनाथ अपने नागपाश से बाँध देता है तो गरुड़ आकर ही भगवन राम को नागपाश से बचाते है. ये भी कहा जाता है कि गरुड़ सौ साल तक जीवित रह सकता है. किन्तु आजकल तो गरुड़ के अस्तित्व को ही गहरा संकट है. पौराणिक कथाओ में गरुड़ को भगवान विष्णु की सवारी के रूप में भी दिखाया गया है. पक्षियों में सबसे ज्यादा समझदार और बुद्धिमान कहा जाने वाला पक्षी गरुड़ ही है. इसको गिद्ध के नाम से भी जाना जाता है. और इसे सबसे श्रेष्ट होने का भी अधिकार प्राप्त है अठारह पुरानो में से एक पुराण जिसे गरुड हिन्दुओ पुराण कहा जाता है वो इसी पक्षी के नाम पर रखा गया है.