इंसान जल रहा है इंसान की उन्नति से

इंसान हैरत मे रहता पशुओं की वफादारी देखकर इंसान कुछ नही सोचता इंसान की गद्दारी देखकर . अलग-अलग रिश्तों के लिए होता अलग नजरिया नर का दिल खुश होता है खूबसूरत नारी देखकर . टूटते रिश्तों मे बेटे होते जा रहे माता पिता से दूर माँ बाप खुश होते अपनी बिटिया प्यारी देखकर . किसान का दिल चहकता है हरी-भरी फसलों से माली खुश होता अपनी खिली क्याारी देखकर . लायक बच्चे कर जाते माता पिता का नाम रोशन माता पिता खुश होते बेटों की शानदारी देखकर . आजकल इंसान जल रहा है इंसान की उन्नति से सन्न हूँ इंसान के दिल मे तलवार दुधारी देखकर . उमड़ घुमड़कर काले-काले बादल भी आने लगे हैं किसानों में आशा जगी बादलों की तैैयारी देखकर . राजनीतिक जगत में स्थायी दुश्मनी होती नही है होशियार भी दंग हैं नेेताओं की होशियारी देखकर . घरेलू रिश्ते टूट रहे परिवार में प्रेम के अभाव से हीं दंग रहा छोटी-छोटी बातों में भी मारामारी देखकर . नफरत की आग में व्यक्ति झुलसता रहता उम्रभर इंसान चल नही पाता नफरत बोझ भारी देखकर . इंसाानों केे बीच प्रेमभाव से दिल खिलेगा 'प्रकाश' दिल खिलने के इंतजार में हूँ अपनी बारी देखकर

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