इंदौर: कलेक्टर के सामने आत्मदाह

इंदौर: इनदिनों प्रॉपर्टी से जुड़े काफी मामले प्रकाश में आ रहे है. कई बार ऐसे मामलों में सुनवाई न होने पर पीड़ित द्वारा आत्मदाह करने जैसे मामले भी सामने आये है. ताज़ा मामला भी कुछ ऐसा ही है जहां एक पीड़ित परिवार ने कलेक्टर ऑफिस के भीतर अधिकारियों के सामने ही घासलेट डाल आत्महत्या करने की कोशिश की. हालांकि वो खुद को किसी हादसे का शिकार बना पाते इसे पहले ही होमगार्ड के जवानों उन्हें रोक लिए. वहीं प्रभारी कलेक्टर का कहना है कि पीड़ित परिवार के प्रकरण में कुछ संदेह प्रतीत हो रहा है हालांकि बावजूद इसके मामले की पूरी जाँच कर पीड़ितों की पूरी मदद की जाएगी. सूचना के मुताबिक, इंदौर के रहने वाले अशोक रायकवार साथ फ़ीट रोड पर कालोनाइजर बलिराम परिहार से मकान ख़रीदा था.

उन्होंने इस मकान की बाकायदा रजिस्ट्री भी कराई थी लेकिन आज एक साथ से भी ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी अशोक और उनके परिवार को माकन पर कब्ज़ा नहीं मिल पाया है. बताया जा रहा है कि इस मामले को लेकर अशोक ने डीआईजी और सीएम हेल्प लाइन पर भी शिकायत की थी लेकिन इसके बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला. इतना ही नहीं, अशोक के मुताबिक नगर निगल ने तो उसपर शिकायत वापस लेने का भी दवाब बनाया. इसी बात से परेशान हो अशोक ने मंगलवार को कलेक्टर ऑफिस में जनसुनवाई के दौरान मौजूद अधिकारीयों के सामने ही खुद को जला मरने का प्रयास  किया.

इस मामले के बारे में प्रभारी कलेक्टर रुचिका चौहान का कहना है कि ये पूरा मामला कुछ संदेह पैदा कर रहा है हालांकि इसके बावजूद पीड़ित की समस्या का जाँच के आधार पर समाधान किया जायेगा. आपको बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब किसी पीड़ित में कलेक्टर ऑफिस में आत्मदाह का प्रयास किया है. पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके है.

 

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