'निर्भय' की सफलता पर संदेह के बादल

नई दिल्ली : भारत ने स्वदेशी क्रूज मिसाइल 'निर्भय' का बुधवार को चौथी बार परीक्षण किया गया. लेकिन लगता है इसकी सफलता पर संदेह के बादल छा गए हैं, क्योंकि इस परीक्षण के लिए जिम्मेदार रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने कोई टिपण्णी नहीं की है.

मिली जानकारी के अनुसार 'निर्भय' के लिए प्रक्षेपण व्यवस्था के तहत तीन परीक्षण किये गए थे.जिनमें दो नाकाम रहे और तीसरे परीक्षण को आंशिक सफलता मिली.जबकि चौथा परीक्षण बुधवार को किया गया जिसके बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया कि इस परीक्षण में क्या हुआ.इसीलिए संदेह ने बादल गहरा गए हैं. 

गौरतलब है कि इस मिसाइल की व्यवस्था का विकास DRDO के उन्नत व्यवस्था वाली प्रयोगशाला ने किया है.बता दें कि 2010 में मंजूर इस परियोजना को तीन साल में पूरा होना था लेकिन अभी भी परीक्षण पूरी तरह सफल होने का इंतजार है. इस बार यह माना जाने लगा है कि भारत-रूस के सहयोग से विकसित ब्रह्मोस मिसाइल ही उपयोग में लाई जा सकेगी, जिसकी रेंज 290 किलोमीटर है.

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