लंदन : G20 देशों में भारतीय महिलाओं को कार्यस्थल पर खराब व्यवहार का सामना करना पड़ता है, हालांकि वे अपने साथ होने वाले उत्पीडऩ के खिलाफ आवाज उठाने के मामले में भी सबसे आगे रहती हैं. थॉसन रॉयटर्स फाउंडेशन और द रॉकफेलर फाउंडेशन ने इप्सोस मोरी के जरिए 9500 से अधिक महिलाओं पर सर्वे किया. इसमे सामने आया कि हर 4 में से एक भारतीय महिला कार्यस्थल पर करियर के समान अवसरों की कमी को बड़ी समस्या मानती है. इस अध्ययन को‘‘G20 देशों में कामकाजी महिलाओं के समक्ष पांच प्रमुख समस्याएं है.’’नाम दिया गया है. इस अध्ययन के अनुसार 57 प्रतिशत भारतीय महिलाओं के लिए कार्यस्थल पर सबसे बड़ी चुनौतियों काम और जीवन के बीच संतुलन स्थापित करना होता है. अध्ययन के 27 प्रतिशत महिलाओं का कहना है कि उन्हें कार्यस्थल पर उत्पीडऩ झेलना पड़ा है हालांकि इसके खिलाफ आवाज उठाने में भी अन्य G20 देशों की महिलाओं की तुलना में भारतीय महिलाए आगे हैं.