पाक से ज्यादा भारतीय महिलाएं इस बीमारी से ग्रसित

नई दिल्ली. वैश्विक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत कुपोषण की गंभीर समस्या से ग्रस्त है. सोमवार को जारी इस रिपोर्ट के अनुसार, देश में मां बनने की उम्र वाली आधी महिलाएं खून की कमी से पीड़ित हैं. वैश्विक पोषण रिपोर्ट 2017 में भारत सहित 140 देशों में कुपोषण की स्थिति पर गौर किया गया. 

रिपोर्ट के अनुसार एनीमिया से जूझ रही महिलाओं की लिस्ट में भारत सबसे ऊपर है, भारत के बाद पाकिस्तान, नाइजीरिया और इंडोनेशिया का स्थान आता है. भारत में 51 फीसदी यानि आधी से ज्यादा महिलाएं इस बीमारी से जूझ रही हैं.  आधी से ज्यादा महिलाएं प्रजनन की आयु में खून की कमी का शिकार हैं, वहीं 22 फीसदी वयस्क महिलाएं मोटापे का शिकार हैं. 

इसमें कहा गया कि इन देशों में कुपोषण के तीन महत्वपूर्ण रूप हैं जिनमें बच्चों में विकास की कमी, मां बनने की उम्र वाली महिलाओं में खून की कमी और अधिक वजन वाली वयस्क महिलाएं शामिल हैं.  आंकड़ों के अनुसार, पांच वर्ष से कम के 38 प्रतिशत बच्चे विकासहीनता से प्रभावित हैं जिसमें बच्चों की लंबाई पोषक तत्वों की कमी के कारण अपनी उम्र से कम रह जाती है और इससे उनकी मानसिक क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है.  

वहीं डॉक्टर का कहना है कि कुपोषण ही एकमात्र एनीमिया की वजह नहीं होता है, साफ सफाई का नहीं होना एनीमिया की बड़ी वजह है, क्योंकि इसकी वजह से पोषण सही नहीं मिल पाता है. लोगों में जागरुकता का नहीं होना, अशिक्षित होना भी इसकी अहम वजहे हैं. एनीमिया काफी खतरनाक हो सकता है खासकर जब महिलाएं गर्भवती होती हैं, यह ना सिर्फ मां के लिए बल्कि बच्चों के लिए भी खतरनाक होता है.

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