भारतीय विद्यार्थियों को इसलिए अमेरिका में किया निर्वासित

नईदिल्ली: सरकार द्वारा अमेरिका जाने वाले भारतीयों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना जारी कर दी गई है। जिसमें यह कहा गया है कि भारतीय विद्यार्थियों द्वारा अमेरिकी अधिकारियों को जो जानकारी दी गई थी वह उनके वीज़ा के अनुसार नहीं है। जिसके कारण भारतीय विद्यार्थियों को निर्वासित कर दिया गया है। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी की गई सलाह के अनुसार अमेरिकी सरकार द्वारा यह कहा गया कि बीते दिनों भारतीय विद्यार्थियों को प्रवेश देने से रोक दिया गया।

ऐसा इसलिए नहीं हुआ क्योंकि उनके संस्थान ब्लैकलिस्टेड थे बल्कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि अमेरिकी अधिकारियों ने व्यक्तिगत तौर पर प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों की जांच परख के बाद इस तरह का निर्णय लिया गया। सलाह के अनुसार अमेरिकी सरकार द्वारा कहा गया कि जिन लोगों को निर्वासित कर दिया गया उन्होंने बाॅर्डर पैट्रोल एजेंट को सूचना प्रदान की थी।

यह उनके वीज़ा से मेल नहीं खाती हैं। इस माह का प्रारंभ 14 भारतीय विद्यार्थियों को अमेरिकी अधिकारियों ने हटा दिया था। दरअसल ये विद्यार्थी सिलिकाॅन वैली विश्वविद्यालय और नाॅर्थ वेस्टर्न पोलिटेक्निक यूनिवर्सिटी में भर्ती होने के लिए जा रहे थे। एयर इंडिया को 19 दिसंबर को कस्टम्स और सीमा की रक्षा हेतु सूचना दी गई थी। इन दोनों ही विश्वविद्यालयों को जांच के दायरे में रखा गया है। जो भी विद्यार्थी आए हैं वे सैन फ्रांसिस्को से आए हैं।

यूएस में इन विद्यार्थियों को दाखिल होने नहीं दिया जा रहा है। उन्हें वापस भेजा जा रहा है। यूएस के विभिन्न संस्थानों में भारतीय विद्यार्थियों को आवश्यक दस्तावेज लाने के लिए निर्देशित किया गया है। भारतीय विद्यार्थियों को यात्रा दस्तावेज और अपने स्टडी प्लान लाने के लिए कहा गया है। उन्हें कहा गया है कि वे इन दस्तावेजों के ही साथ हाउसिंग और वित्तीय मदद के ही साथ स्वास्थ्य प्रबंधन की जानकारी भी अपने साथ रखें। 

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