मुजीबुर रहमान को थी खूनी तख्तापलट की जानकारी

ढाका/बांग्लादेश: बांग्लादेश के संस्थापक को लेकर भारत ने दो बार चेतावनी दी थी लेकिन बांग्लादेश द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया गया और बांग्लादेश में खूनी तख्तापलट की साजिश रची गई। बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की हत्या की 40 वीं वर्षगांठ के एक दिन पूर्व ही मीडिया में नवीन रिपोर्टस का प्रकाशन हुआ है।

जिसमें कहा गया है कि खूनी तख्तापलट की साजिश को लेकर भारत द्वारा दो बार चेताया गया था। जिसके बाद भी सरकार द्वारा इस चेतावनी को नज़रअंदाज़ कर दिया गया। इस दौरान बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की हत्या की 40 वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह बात सामने आई है।

दरअसल शेख मुजीबुर रहमान ने कहा कि साजिश रचने वाले उनके बच्चे ही हैं जो उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा सकते। दरअसल 15 अगस्त 1975 को बंगबंधु और उनके परिवार के अधिकांश सदस्यों की हत्या होने के पहले रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के पूर्व प्रमुख अधिकारी ने भेंट की और उन्हें होने वाली साजिशों को लेकर चेताया था।

मगर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। मामले में यह बात भी सामने आई है कि वर्ष 1974 में भारतीय प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की अनुमति से एक अधिकारी ने मुजीबुर रहमान से फिर से इस बारे में चर्चा की। मगर इसके बाद भी उन्होंने यही कहा कि ये सभी मेरे अपने बच्चे हैं और वे मुझे किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाऐंगे। 

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