नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बयान पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वॉशिंगटन में हुए परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में ओबामा ने परमाणु हथियारों को कम करने की समझाइश दी थी। इसी पर भातीय विदेश मंत्रालय ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा है कि देश के रक्षा रुख पर समझ की कमी मालूम होती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने सोमवार को कहा कि परंपरागत रुप से भारत ने सभी भी अपने किसी पड़ोसी देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की पहल तक नहीं की। भारत की कभी भी पहले परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की नीति भी नहीं है। ऐसे में ओबामा द्वारा भारत व पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के जखीरों को कम करने की सलाह पर भारत की प्रतिक्रिया स्वभाविक है। आगे स्वरुप ने कहा कि मैंने ओबामा की टिप्पणी सुनी है, जिससे प्रतीत होता है कि उन्हें भारत के रक्षा रुख की बिल्कुल भी समझ नहीं है। ओबामा ने सम्मेलन में कहा था कि सबसे बड़ी चुनौती हमारे सामने आ रही है। परमाणु हथियार के सबसे बड़े संग्रहकर्ता अमेरिका और रुस ही है, इसलिए जब तक हम आगे नहीं आएंगे, इस दिशा में नतीजे नहीं मिलेंगे।