भारत बन सकता है विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

नई दिल्ली : एक रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है कि विश्व की उदीयमान बाजारों की वृद्धि दर विकसित अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में अधिक आंकी गयी है और 2030 तक अमेरिका व चीन के बाद भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में विश्व के समक्ष उभर कर आ सकता है ऐसी सम्भावनाये बताई जा रही है. शोध संस्थान इकोनॉमिस्ट इंटेलीजेंस यूनिट (ईआईयू) की इस रिपोर्ट में यह बताया कि उदीयमान बाजारों की वृद्धि दर विकसित अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में अधिक रहने की संभावना है और ऐसे में चीन व भारत जैसे विकासशील देश अमेरिका, जापान व पश्चिमी यूरोप जैसी मौजूदा आर्थिक ताकतों से रेस में आगे बड़ सकते है. विकासशील देश अर्थव्यस्था की दौड़ में बाजी मार सकते है.

इसके अनुसार 2030 तक दुनिया की तीन टॉप अर्थव्यवस्थाएं अमेरिका, चीन व भारत होंगी. ईआईयू के अनुसार नाम के लिए चीन का जीडीपी डॉलर के हिसाब से 2026 तक अमेरिका को पीछे कर सकता है और 2050 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में  उभर कर आ सकता है. भारत 2050 तक औसतन लगभग 5 प्रतिशत की वास्तविक वृद्धि के साथ 2050 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर सामने आ सकता है.

उस समय तक इंडोनेशिया और मैक्सिको विश्व की 10 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की गिनती में शामिल किये जायेगे और इनकी अर्थव्यवस्था इटली और रूस से बड़ी होगी. 2050 तक 10 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में इंडोनेशिया (4), जापान (5वें), जर्मनी (6), ब्राजील (7), मैक्सिको (8), ब्रिटेन (9) और फ्रांस (10वें) स्थान पर नजर आ सकते है.

Related News