नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढाने से सरकार को अच्छा खासा राजस्व मिल रहा है. अप्रैल में अप्रत्यक्ष कर के संग्रहण में 42 फीसदी की वृद्धि हुई है और यह बढकर 64 हजार करोड़ के पार हो गया है. इसी तरह उत्पाद शुल्क में इस साल 28 हजार 252 करोड़ का कलेक्शन हुआ है| केंद्र सरकार नवम्बर 2015 से जनवरी 2016 तक पांच बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ा चुकी है. जिससे गत वित्तीय वर्ष में 17 हजार करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय हुई थी. ज्ञात रहे की अभी पेट्रोल पर 4.02 रु. और डीजल पर 6.87 रु. प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लगती है| इसके अलावा सर्विस टेक्स और कस्टम ड्यूटी कलेक्शन में भी वृद्धि देखने को मिली है. गत वर्ष सेवा शुल्क से 14 हजार 585 करोड़ मिले थे जो इस वर्ष 28 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 18 हजार 647 करोड़ हो गये. इसी तरह कस्टम ड्यूटी कलेक्शन में 22.5 फीसदी की वृदधि देखने को मिली. यह कलेक्शन भी 14 हजार 286 से बढकर 17 हजार 495 करोड़ रु. हो गये|