इन आँखो मे कोई चेहरा नज़र आता है, आज उस वीरानी जगह पर कोई साया नज़र आता है. कभी कभी ये आँखे इस कदर नम हो जाती है, की जब मुझे वो अपनी मुलाकात का ख़याल आता है.