नीतीश कुमार के प्रयास से कानून-व्यवस्था में सुधार

पटना: मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून और व्यवस्था के बारे में बताते हुए कहा कि स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है. थाने में लॉ एंड आर्डर, विधि व्‍यवस्‍था एवं स्‍पीडी ट्रायल मामले के लिए अलग-अलग व्‍यवस्‍था है. ऑनलाइन एफआइआर दर्ज करने की व्‍यवस्‍था की जा रही है. हर थाने का अपना भवन बन गया है. तमाम खटारा गाडि़यों की जगह नये-नये वाहन आ गये हैं. अब थानों में एफआइआर भी होता है, अपराधी पकड़े भी जाते हैं और स्‍पीडी ट्रायल चलाकर उन्‍हें सजा भी दिलवायी जाती है.

पटना के अधिवेशन भवन में इफेक्टिव इन्वेस्टीगेशन, स्पीडी ट्रायल एंड टाइमली जस्टिस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि एक समय था जब थाने में कोई एफआइआर दर्ज कराने जाता था तो वहां पहले उससे कागज और कार्बन लाने को कहा जाता था. थाने में कागज नहीं होते थे.

सभी थाने में गाडि़या नहीं थी, यदि थी तो सही से चलती नहीं थी. दारोगा जी बैठे रहते थे और सिपाही धक्‍का देकर उसे चालू करते थे. इतनी तेेज आवाज करती थी कि अपराधी पहले ही सावधान हो जाते थे. सिपाहियों के पास थ्री नॉट थ्री हथियार रहता था, और अपराधी के पास एके 47. आखिर वे कैसे मुकाबला करते. कोर्ट में अपराधियों की पेशी करवाने के लिए ले जाने में परेशानी होती थी.

 

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